भारत में डायरेक्ट सेलिंग व्यवसाय का भविष्य 2025
डायरेक्ट सेलिंग उद्योग Direct selling business भारत के लिए एक आशा की किरण है जिसका भविष्य काफी उज्जवल है अनुमान है कि भारत में वर्ष 2025 तक यह बिजनेस लगभग 64,500 करोड रुपए तक पहुंच सकता है।
वर्ष 2015-16 केपीएमजी और फिक्की की रिपोर्ट के हवाले से, इस क्षेत्र में16% से अधिक की वृद्धि हुई है जिसकेआगे और भी अच्छे परिणाम आने की उम्मीद है। एंड्रोमेडा 2022 के आकलन के अनुसार डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस Direct selling business 2022 से 2028 तक 6.01% की चक्रवर्ती वार्षिक वृद्धि दर compound annual growth rate (CAGR) से विस्तार करेगा।
Direct selling business के विकसित होने के पीछे कुछ कारण है जो इस प्रकार से हैं लोगों में वित्तीय जागरूकता में वृद्धि हुई है, टेक्नोलॉजी का विकास हुआ है, सरकारी तेजी से निजीकरण की तरफ बढ़ रही है तथा लोगों को वर्तमान में उनके द्वारा अर्जित की जाने वाली आय की अतिरिक्त भी आय की आवश्यकता है उनकी जिम्मेदारियां एवं आवश्यकताओं में इजाफा हुआ है।
Direct selling business ने वैकल्पिक करियर के रूप में लाखों लोगों की मदद की है तथा करोना महामारी से प्रभावित कई परिवारों के लिए एक सहारे के रूप में सामने आया है।
यह एक ऐसा करियर है की कभी किसी कारणों से यदि व्यक्ति अपने आय के प्रमुख स्रोत के कार्यों को करने में एक लंबे समय तक अक्षम रहता है तो भी उसकी आय बाधित नहीं होती है। यदि Direct selling business को एक ऐसे स्तर तक विकसित किया जाए जहां से यह ऑटो पायलट मोड पर चलने (RUN करने) लगे।
Table of Contents
स्किल इंडिया Skill India
सेल्स एंड कम्युनिकेशन स्किल Sales and communication skills
पर्सनालिटी डेवलपमेंट Personality development
लीडरशिप स्किल Leadership skills
मेक इन इंडिया Make in India
टेक्नोलॉजी एंड नॉलेज ट्रांसफर Technology and knowledge transfer
इन्वेस्टमेंट इन इक्विपमेंट Investment in equipment
बूस्टिंग डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग Boosting domestic manufacturing
क्रिएटिंग एंप्लॉयमेंट ऑपच्यरुनिटीज Creating employment opportunities
नारी सशक्तिकरण, वुमन एंपावरमेंट Women Empowerment
फ्लेक्सिबिलिटी एंड वर्क लाइफ बैलेंस Flexibility and work-life balance
इनकम जनरेशन Income generation
डिजिटल इंडिया Digital India
मोबाइल एप्लीकेशन और वेबसाइट Mobile applications and websites
डिजिटल लिटरेसी Digital literacy
स्टार्टअप इंडिया Startup India
क्रिएटिंग एंटरप्रेन्योर Creating entrepreneurs
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को Support, Supporting MSMEs
चुनौतियाँ और आगे का रास्ता Challenges and the Way Forward
एक नियामक कानून की आवश्यकता Need for a governing legislation
नोडल एजेंसी की आवश्यकता Need for a nodal ministry
एफडीआई नीति को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता Need to streamline FDI policy
निष्कर्ष Conclusion
“Direct 2016” रिपोर्ट में Direct selling business डायरेक्ट सेलिंग उद्योग को भारत के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की संभावना के रूप में प्रस्तुत किया गया है है। Direct selling business विशेष रूप से कौशल विकास, मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में, महिला सशक्तिकरण और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने में एक अहम योगदान दे सकता है सरकारी कोशिशें के साथ Direct selling business आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा को बेहतर बना सकता है। इसके लिए सरकार को समय-समय पर Direct selling business के लिए नियम कानून को बेहतर बनाने का प्रयास जारी रखना होगा।
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