कृत्रिम बुद्धिमत्ता "Artificial Intelligence" (AI) और स्वचालन तकनीकों का विकास विभिन्न उद्योगों पर व्यापक प्रभाव डाल रहा है, जिससे पारंपरिक नौकरियाँ बदल रही हैं।
AI आधारित टूल्स अब बड़ी मात्रा में डेटा को तेजी से प्रोसेस कर सकते हैं, जिससे मैन्युअल डाटा एंट्री की आवश्यकता कम हो रही है।
चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट जैसी AI तकनीकें ग्राहकों के सवालों के उत्तर देने और समस्याओं को हल करने में सक्षम हैं, जिससे कस्टमर सर्विस में मानव की भूमिका सीमित हो रही है।
रोबोटिक्स और AI आधारित स्वचालन के कारण फैक्ट्री और मैन्युफैक्चरिंग सेटअप में मैन्युअल श्रमिकों की आवश्यकता कम हो रही है।
AI पावर्ड अनुवाद टूल्स, जैसे कि Google Translate, भाषा अनुवाद को तेज और अधिक सटीक बना रहे हैं, जिससे पारंपरिक अनुवादकों की मांग प्रभावित हो रही है।
सेल्फ-ड्राइविंग कारों और ट्रकों के विकास के साथ, ड्राइवरों की आवश्यकता भविष्य में कम हो सकती है, खासकर लॉजिस्टिक्स और परिवहन उद्योगों में।
AI और स्वचालित बैंकिंग मशीनों (ATM), ऑनलाइन बैंकिंग, और डिजिटल पेमेंट सिस्टम्स के कारण बैंकों में टेलर और कैशियर की मांग घट रही है।
AI आधारित सॉफ़्टवेयर अब वित्तीय रिकॉर्डों की जांच, ऑडिटिंग, और खातों का प्रबंधन करने में सक्षम हैं, जिससे परंपरागत लेखाकारों और ऑडिटरों की भूमिका में बदलाव आ रहा है।
कानूनी शोध और दस्तावेजों के प्रबंधन के लिए AI आधारित टूल्स अब बहुत कुशल हो गए हैं, जो कई मामलों में वकीलों और कानूनी सहायकों के कार्य को स्वचालित कर सकते हैं।
AI आधारित मेडिकल डिवाइसेस और सॉफ़्टवेयर अब एक्स-रे, MRI, और अन्य मेडिकल रिपोर्टों का विश्लेषण कर सकते हैं, जिससे तकनीशियनों की आवश्यकता कम हो रही है।
AI आधारित लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म और वर्चुअल क्लासरूम शिक्षण के तरीकों को बदल रहे हैं। जबकि पूरी तरह से शिक्षकों को प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता, उनकी भूमिका में बदलाव हो सकता है, खासकर बेसिक या रिपिटिटिव विषयों के लिए।